Sunday 18 July 2010

हवा में उछलते हुए


चित्रः मृदुला सिंह
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गेंद
उछल रही है
उससे पहले मेरे टखने
एड़ियां
पंजे

गेंद में देख रहे हैं मेरे पैर
अपनी उछाल

मेरे पैर गेंद के अन्दर हैं

पैर को यूं उछलता देख
बेचैन होता है मेरा सिर
देने के लिए-शाबाशी

कोई देख सकता है मुझे यूं
हवा में उछलते हुए।

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